INDIA IS A COUNTRY OF CULTURE AND SANSKARS. UNFORTUNATELY WE ARE FORGETTING OUR ENCESTORS & THE NEW GENERATION IS ON THE PATH OF MONEY,MATERIAL & MISCONCEPTION. THIS ABHIYAN IS JUST AN EFFORT TO ENRICH CHILDREN ONCE AGAIN BY RECALLING THE SANSKARS OF RESPECT & RELIGION. THE GOOD FOUNDATION CAN ONLY EXPECT A STRONG HOUSE,SAMEWAY A CHILDREN WITH STRONG WILL & SANSKARS WILL MAKE GOOD SOCIETY WITH GREAT CHARACTER.LET US JOIN & BE A PART OF IT.
मंगलवार, 23 नवंबर 2010
KBC-THE AMIT -AABHA-PROGRAMME.
कौन बनेगा करोडपति कार्यक्रम अपने आप में ज्ञान वर्धक है ,लेकिन भारत के अनमोल रतन की अमित आभा के प्रस्तुतीकरण से यह संस्कार मयी हो गया है /मेरा अनुरोध है कि इसे और आगे जारी रखा जाये /क्योंकि अमित जी की प्रतियोगियों से दिल छू जाने वाली बातचीत वास्तव में प्रेरणा दाई और अनूठी होती है ,वे केवल शिखर पुरुष ही नहीं अपितु बेहतरीन इंसान भी हैं /में अपने दिल से उन्हें प्रणाम करता हूँ /
मंगलवार, 2 नवंबर 2010
INVASION ON JAIN SAINT
कल के समाचार पत्र से यह जानकर बेहद दुःख हुआ कि जैन साधु १०८ श्री दयासागर जी महाराज पर हमला किया गया है /
हिंदुस्तान मे किसी भी धर्मगुरु पर आक्रमण शर्मनाक है /किसी भी ऐसे व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी ही चाहिए जो अपने आप को कानून से ऊपर मानकर हमारे संतों को निशाना बनाना चाहते हैं /क्या आज प्रशासन को लकवा मार चुका है ?अथवा वह हमारी अस्मिता को भी बचा पाने मैं समर्थ नहीं रह गया है ?यदि ऐसा है तो फिर देश में महज रस्म अदायगी हो रही है जिस पर नयायपालिका को संज्ञान लेना चाहिए /क्योंकि वर्तमान व्यवस्था में उम्मीद की किरण केवल नयायपालिका में ही नज़र आती है /
नेताओं से भी प्रार्थना है की बे भी ऐसे मामलों में दलगत राजनीति से परे होकर दोषी व्यक्ति पर कार्यवाही करवाएं ताकि देश में सही सन्देश जा सके /
हिंदुस्तान मे किसी भी धर्मगुरु पर आक्रमण शर्मनाक है /किसी भी ऐसे व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी ही चाहिए जो अपने आप को कानून से ऊपर मानकर हमारे संतों को निशाना बनाना चाहते हैं /क्या आज प्रशासन को लकवा मार चुका है ?अथवा वह हमारी अस्मिता को भी बचा पाने मैं समर्थ नहीं रह गया है ?यदि ऐसा है तो फिर देश में महज रस्म अदायगी हो रही है जिस पर नयायपालिका को संज्ञान लेना चाहिए /क्योंकि वर्तमान व्यवस्था में उम्मीद की किरण केवल नयायपालिका में ही नज़र आती है /
नेताओं से भी प्रार्थना है की बे भी ऐसे मामलों में दलगत राजनीति से परे होकर दोषी व्यक्ति पर कार्यवाही करवाएं ताकि देश में सही सन्देश जा सके /
शुक्रवार, 29 अक्तूबर 2010
LIVE & LET LIVE
दीपावली आ रही है ,सभी लोग पटाखों को लेकर उत्साहित होंगे /परन्तु आप यह जानकर शायद आश्चर्य चकित होंगे कि हमारे द्वारा पटाखे फोड़ने से करोड़ों सूक्ष्म जीवों की अनायास ही तड़प तड़प कर मौत हो जाती है क्योंकि वो पटाखों की आग से झुलस कर दम तोड़ देते हैं /जीव आत्मा सबका समान है बस रूप (शरीर) सबके अलग हैं /अतः मैं आप सबसे मानवीय आधार पर दीपावली पर,पटाखे और फुलझड़ियों की जगह गरीबों को एक वक्त के भोजन कराने तथा अपने अपने वृद्ध परिजनों को ख़ुशी देने हेतु अनुरोध करता हूँ / शुभ रात्रि /
बुधवार, 27 अक्तूबर 2010
FOR POPULARITY ONLY-WHO IS ARUNDHATI ROY?
अरुंधती रॉय को कौन जानता था ?उनकी किताब भी तो हिन्दुस्तानी हिसाब से अनेतिक रिश्तों की ही तो कहानी थी जिसे सिर्फ भाषा अंग्रेजी होने के कारण पुरस्कार मिल गया था /अब उसी तर्ज़ पर एक बार फिर से बे अपने आपको नायिका बनाने पर उतारू हैं ,फिर चाहे वह देशद्रोह के लायक ही क्यों न हो ?अबकी बार उन्हें सजा मिलनी ही चाहिए ताकि किसी भी कीमत पर पोपुलारिटी की उनके जैसे किसी भी नागरिक की चाहत पर विराम लग सके /मीडिया को उन्हें तवज्जो नहीं देना चाहिए /
मंगलवार, 26 अक्तूबर 2010
SANSKRITI SANRAKSHAN AND SANSKAR PALLAVAN ABHIYAN: BIG BOSS BIG SHAME WITH BIG DIPLOMACY
SANSKRITI SANRAKSHAN AND SANSKAR PALLAVAN ABHIYAN: BIG BOSS BIG SHAME WITH BIG DIPLOMACY: "बिग बॉस सीरियल में एक नया सितारा आया है जो पोपुलर होने और परदे के पीछे की रणनीति के अनुरूप है /फंडा है की सीरियल में मसाला डालो और इसकी रेटि..."
BIG BOSS BIG SHAME WITH BIG DIPLOMACY
बिग बॉस सीरियल में एक नया सितारा आया है जो पोपुलर होने और परदे के पीछे की रणनीति के अनुरूप है /फंडा है की सीरियल में मसाला डालो और इसकी रेटिंग INCREASE कर लो/कोई बिंद्रा नाम की बेहद रफ बोलने बाली महिला को लाया गया है जो अपना रोल बेवाकी से निभा रही है ,वाह-२ मेरे देश हर घर में इसकी चर्चा शुरू और मसाला कामयाब /
ऐसे फूहड़ सीरियलों पार रोक लगनी चाहिए /
देश के प्रसारण विभाग को संज्ञान लेकर ऐसे निर्माता लोगों पर बंदिश लगाकर कार्यवाही करनी चाहिए ऐसा मेरा मत है/
ऐसे फूहड़ सीरियलों पार रोक लगनी चाहिए /
देश के प्रसारण विभाग को संज्ञान लेकर ऐसे निर्माता लोगों पर बंदिश लगाकर कार्यवाही करनी चाहिए ऐसा मेरा मत है/
सोमवार, 18 अक्तूबर 2010
Big-Boss is a big shame ...
आज बिग बॉस सीरियल देख रहा था ,लगा कि सब लोग खाने को लेकर ही झगड़ रहे हैं /वाह वाह मेरे देश ,जहाँ खाने को लेकर बकवास को तुच्छ माना जाता है वही इस सीरियल में सबसे बड़ा टेंशन है/खली को क्या लाया गया नाचने गाने वाले अपनी अपनी शैली में सिर्फ खाने को लेकर ही चिंतित नज़र आये /बैसे भी ऐसे सीरियल हमें क्या सन्देश देना चाहते हैं ?सिर्फ घटिया तरीके से एक दूसरे की बुराई करते करते विलासिता पूर्वक जीना /प्रत्येक द्रश्य का बच्चों और सभी पर प्रभाव तो पड़ता ही है ,जो किसी धीमे जहर से कम नहीं है /सच ही है जो संस्कारों को नस्ट करने का कारण बने ऐसे सभी विदेशी नक़ल से पैदा हुए serials को तो प्रसारण की अनुमति ही नहीं मिलनी चाहिए /परन्तु पैसे की दौड़ में क्या अच्छा है क्या बुरा सब गौड़ होता जा रहा है /अब तो बाप भी अपनी अधनंगी बेटी को सेक्सी सुनकर फक्र महसूस करने लगे हैं /इस दिशा में क्या दशा होगी वक्त ही बताएगा /परन्तु बिग बॉस जैसे serials तो भारत जैसे देश के लिए शर्म की ही बात हैं /
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